
जयपुर, भारत | मई 2025
एक बच्चे को ₹1 का केला न मिलना कभी एक मामूली बात लग सकती है, लेकिन वही बात आज भारत की सबसे प्रेरक उद्यमशीलता यात्रा की शुरुआत बन गई है।
सेव अर्थ मिशन (भारत अध्याय) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप चौधरी इस जुलाई में अपना 102वां स्टार्टअप लॉन्च करने जा रहे हैं। यह घोषणा हाल ही में Forbes Panama में प्रकाशित लेख “From Vision to Impact” में की गई है। यह नया स्टार्टअप एक मल्टीमिलियन-डॉलर ग्रीनटेक वेंचर होगा, जिसका उद्देश्य टिकाऊ तकनीक, समुदाय भागीदारी और नवाचार के माध्यम से पृथ्वी के भविष्य को बेहतर बनाना है।
🌱 एक उद्देश्य से चलती ज़िंदगी
Forbes लेख के अनुसार, संदीप चौधरी की कहानी साधारण नहीं है। 1999 में उन्होंने वीडियो गेम और घड़ियाँ ठीक करने से शुरुआत की, और फिर 101 से अधिक स्टार्टअप्स और 23 MCA-रजिस्टर्ड कंपनियों की नींव रखी।
उन्होंने एक समय पर आईटी, रियल एस्टेट, ऑयल ट्रेडिंग और फिनटेक जैसे क्षेत्रों में काम किया, लेकिन जब उन्होंने महसूस किया कि पृथ्वी बचाने का मिशन इससे बड़ा है, तो उन्होंने करोड़ों रुपये के टैक्स भरने वाली कंपनियाँ छोड़ दीं और पूर्ण रूप से Save Earth Mission के लिए समर्पित हो गए।
🌍 अब आ रहा है 102वां स्टार्टअप
हालाँकि इस स्टार्टअप की पूरी जानकारी अभी सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन Forbes रिपोर्ट के अनुसार, यह पहल AI, ब्लॉकचेन और पर्यावरणीय समाधान को जोड़ते हुए एक क्रांतिकारी मॉडल प्रस्तुत करेगी। इसका उद्देश्य सिर्फ व्यापार नहीं, बल्कि पृथ्वी को बचाने की दिशा में बड़ा कदम उठाना होगा।
“अब मेरा जीवन सिर्फ कारोबार नहीं, पृथ्वी के लिए समर्पण है।”
— संदीप चौधरी (Forbes लेख से)
🇮🇳 स्थानीय जड़ों से वैश्विक पहचान तक
2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात, कान्स फिल्म फेस्टिवल में सम्मान, और सिलिकॉन वैली में वैश्विक पहचान — यह सब दर्शाता है कि संदीप चौधरी का विज़न अब केवल भारत का नहीं, बल्कि पूरी दुनिया का है।
जो बच्चा ₹1 का केला नहीं खरीद पाया, वही आज 2040 तक 3000 करोड़ वृक्ष लगाने की वैश्विक मुहिम का नेतृत्व कर रहा है।
📌 Forbes Panama में पूरा लेख पढ़ें:
From Vision to Impact – Forbes Panama